'करूणा' का सागर भी सूखा ;
'राजा' देखो 'मन' से रूठा ,
जितना चाहा उतना लूटा
तब जाकर गठबंधन टूटा .
शिखा कौशिक
http://netajikyakahtehain.blogspot.com/
'राजा' देखो 'मन' से रूठा ,
जितना चाहा उतना लूटा
तब जाकर गठबंधन टूटा .
शिखा कौशिक
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4 टिप्पणियां:
वाह क्या बात ... चार लाइनों मे आग लगा दी
वास्तविकता से भरपूर..सार्थक पोस्ट
बहुत बढ़िया!
Bahut khoob ... gathbandhan ka sach likh diya ...
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