नेता जी का धर्म है सत्ता ,
इसके अनुयायी बढ़ते जाते ,
नेता जी को गुरु मानकर ,
उनके पीछे चलते जाते ,
जैसे भी हो मतलब साधो
यही मन्त्र सबको सिखलाते ,
अमन-चैन की बात भी करते ,
दंगे लगे हाथ करवाते ,
मंदिर -मस्जिद का मुद्दा ले
नेता जी कुर्सी हथियाते ,
पहले भजन कीर्तन करते
फिर रोजा इफ्तार कराते .
3 टिप्पणियां:
बहुत सटीक टिप्पणी ...बहुत सुन्दर
सही बात ...नेताजी को कहाँ फुर्सत है.... इतने काम जो हैं :)
सही, सटीक
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