नेता जी क्या कहते हैं ?
चेले और शागिर्द
शनिवार, 16 जुलाई 2011
विलास की जीत -खिलाडी की हार
विलास की जीत -खिलाडी की हार
कपिल -दिलीप की कोशिशें सभी गयी बेकार
राजनीति फिर जीत गयी ,खेल गया है हार ,
नेता और खिलाडी में नेता ही जाते जीत
यही सदा होता रहा ;यही जगत की रीत .
शिखा कौशिक
http://netajikyakahtehain.blogspot.com
1 टिप्पणी:
Shalini kaushik
ने कहा…
बहुत खूब एक एक की पोल खोल कर रख दी.हा हा हा
16 जुलाई 2011 को 6:45 am बजे
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
1 टिप्पणी:
बहुत खूब एक एक की पोल खोल कर रख दी.हा हा हा
एक टिप्पणी भेजें