चेले और शागिर्द

शनिवार, 16 जुलाई 2011

विलास की जीत -खिलाडी की हार

विलास की जीत -खिलाडी की हार
Vilasrao Deshmukh
कपिल -दिलीप की कोशिशें सभी गयी बेकार 
राजनीति फिर जीत गयी ,खेल गया है हार ,
नेता और खिलाडी में नेता ही जाते जीत 
यही सदा होता रहा ;यही जगत की रीत .
                  शिखा कौशिक 
 

1 टिप्पणी:

Shalini kaushik ने कहा…

बहुत खूब एक एक की पोल खोल कर रख दी.हा हा हा