चेले और शागिर्द

सोमवार, 20 जून 2011

नेता जी क्या कहते हैं ?

नेता  जी  क्या कहते हैं ?
                                             
चार सवाल -करें बवाल !
[साभार गूगल ]
नितिन गडकरी पूछते देखो चार सवाल ;
इनको लेकर हो रहा कांग्रेस में बवाल ;
आरोप-प्रत्यारोप का ये है नया कमाल ;
सब को है ये फांसता राजनीति का जाल .  

                    '' उमा की प्रतिज्ञा '' 

राजीव मेरे भाई थे ;राहुल मेरा भतीजा ,
उसको ज्ञान कराऊंगी;जो भी रहे नतीजा ,
राहुल बालक है निरा ;क्या जाने संघ का काम ?
''रोम'' छुड़ा रटवाऊंगी उसको ''राम'' का नाम !
                                                         शिखा कौशिक 

8 टिप्‍पणियां:

Shalini kaushik ने कहा…

sheeshe ke gharon me rahne vale doosron ke gharon me paththar nahi fainkte kintu ye rajneetigya kisi ukti ka bhi peechha nahi chhodte.

bahut khoob kaha shikha ji.

anshumala ने कहा…

गडकरी पहले अपना कुनबा संभाल ले उनके लिए वही बड़ी बात है और उमा पहले बीजेपी को तो राम का नाम यद् दिलाये जो वो भूल चुकी है |

अभिषेक मिश्र ने कहा…

उपयुक्त क्षणिकाएं. बधाई. :-)

रचना दीक्षित ने कहा…

यह भी खूब रही. सच में कभी इनके वक्तव्य बहुत हास्यास्पद होते है संबाद में संयमित भाषा भी समाप्त होती जा रही. प्रण और प्रतिज्ञाएँ तो यह प्रजाति करते ही भूल जाती है.

उम्दा व्यंग जमाया है. बधाई.

udaya veer singh ने कहा…

Appropriate slap for politicians ....
Thanks.

Dr (Miss) Sharad Singh ने कहा…

अच्छा कटाक्ष...

दिलबागसिंह विर्क ने कहा…

आपकी पोस्ट आज के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
कृपया पधारें
चर्चा मंच

Asha Joglekar ने कहा…

Achcha wyang .