बाबा के प्रति नेता जी की सद्भावना !
'गूगल से साभार ''
बाबा तुम अब तप करो ,रहो हरि के द्वार ,
पंद्रह दिन मत आना दिल्ली के दरबार ,
योग गुरु फिर शुरू करो अपना योगाचार ,
नेताओं पर छोड़ दो देश का भ्रष्टाचार .
शिखा कौशिक
3 टिप्पणियां:
baba yadi aap chahte hain bharshtachar mitana,
sabse pahle swayam me musibat ka samna karne kee himmat lana.
bahut sarthak prastuti.badhai.shikha ji.
नहीं भ्रष्टाचार करने पर तो सभी का हक़ बराबर का है और सभी बराबर में उसे करते भी है बस जिसे जब जितना मौका मिले |
Shikha ji
Aapka jabab bahi
sab kuch bejod hai... kahan tak tareef karu sabd kam hai
& i mean it
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