मोदी ने की देश की बेइज्जती
मोदी ने कहा था कि कुछ समय पहले तक भारतीय देश में पैदा होने पर शर्म महसूस करते थे।
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जब तक केंद्रीय सत्ता में नहीं थे ये
भारत में जन्म लेने पर
शर्म आती थी इन्हें !
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सत्ता में आते ही
चमत्कार कर डाला
भारत को तीन सौ पैंसठ दिन में
विश्व की महाशक्ति बना डाला !
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एक वर्ष में तीस से ज्यादा
विदेशों की यात्रा ,
ये है मोदी सरकार की
उपलब्धि ,
विदेशी धरती पर
दिए ऐसे भाषण कि
शर्मिदा है हर भारत वासी
अरे मोदी जी !
भारत की अस्मिता
मिटटी में मिलकर रख दी !
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भारत को विश्व में सम्मान
दिलाने वाले हमारे पूर्वज भी
देख रहे होंगें ,
ये कैसा राष्ट्र-नायक आया ?
जिसने उनके अमूल्य योगदानों को
दो कौड़ी का बताया
और सूट-बूट पहनकर
खुद पर ही इतराया !
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ऐसे राष्ट्र-खलनायक
पर लगना चाहिए
राष्ट्र-अपमान का अभियोग !
शेख़चिल्लियों की जुबानों
पर लगे निर्णायक रोक !
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सदैव से है 'भारत '
विश्व का गौरव ,
क्या बीता हुआ कल और
क्या आने वाला कल ,
अगली बार जब चुनों
राष्ट्र-नायक
भावनाओं से ऊपर
रखना अक्ल !
शिखा कौशिक 'नूतन'
1 टिप्पणी:
विचारों का बेखौफ उद्धरण...
वह भी शालीन भाषा में..
मुबारक हो..
laxmirangam.blogspot.in
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