चेले और शागिर्द

सोमवार, 21 फ़रवरी 2011

साहित्यकार नेता

संसद में काव्य मंच सजा देंगे ;
हर नेता में काव्य भाव जगा देंगे ;
पक्ष के नेता लिखेंगे काव्य ग्रन्थ   ;
विपक्ष वालों को आलोचक बना देंगे . 

2 टिप्‍पणियां:

Shalini kaushik ने कहा…

सही कहा एक साहित्यकार जब नेता होगा तो ऐसा ही कुछ करेगा....

सुरेन्द्र "मुल्हिद" ने कहा…

kya baat hai...

ye neta hai jo bas leta hai...

sukh...chain...sukoon...paisa...sab kuchh!!