चेले और शागिर्द

शुक्रवार, 18 अप्रैल 2014

राहुल जी की इस पहल का सम्मान करें श्री मोदी !

राहुल जी की इस पहल का  सम्मान करें श्री मोदी !


श्री मोदी अपनी सभाओं में स्वयं को गरीब व् राहुल  जी को  अमीर व्यक्ति  कह  रहे  हैं .यूँ  तो  ये  किस्मत  की बात  है कि राहुल  जी सोने  की चम्मच  मुंह  में लेकर पैदा  हुए हैं वरना  श्री मोदी उनके गांधी-नेहरू परिवार में जन्म  लेने  पर भी  प्रतिबन्ध  लगा  देते .  श्री मोदी आप  आज  की स्थिति  में ये  कहते  हुए  कि  आप  गरीब  के घर  पैदा  हुए  है इसलिए  गरीब  की व्यथा  को  राहुल  जी से ज्यादा  अच्छी तरह समझ सकते हैं -सच बोलते प्रतीत नहीं होते हैं . आपने अपनी सम्पत्ति एक करोड़ ५१  लाख  घोषित की है जिससे स्पष्ट है कि आज वर्तमान में आप एक करोड़पति है तब खुद को गरीब कहकर गरीबों की वोट  मांगना आपको शोभा नहीं देता .आप के ही समान  एक और दलित नेता हैं 'मायावती जी 'जो गरीब परिवार से आई हैं और आज करोड़पति हैं [Mar 14, 2012 - BSP president Mayawati's assets doubled during her chief ministership ... Rs 88 crore, a gain of at least Rs 35 crore over her 2007 declaration.].उनकी कोठियां हैं और मूर्तियां बनवाई गयी है .आपकी नज़र में वे ही दलितों के दुःख व् दर्दों को जानती होगी फिर क्यों उन्होंने मूर्तियों पर करोडो रुपये बहा दिए जबकि जनता तो रोटी के एक टुकड़े को भी तरस रही है .
      आपने १२,000 करोड़ अपने प्रचार में खर्च कर दिया जबकि आप गरीब परिवार से हैं..आपको ये पैसा गरीबों की दशा में सुधार  लाने  में खर्च नहीं करना चाहिए था क्या ? .आप दिन में तीन तीन बार कपडे बदलते हैं जबकि करोडो गरीबों के पास एक चीथड़ा  भी बदन ढकने के लिए नहीं है .आप हैलीकॉप्टर से यात्रा करते  हैं तब एक गरीब होने के नाते  आपको ये फ़िज़ूल खर्ची नहीं लगती ?
           ये महात्मा बुद्ध का सौभाग्य है कि आप उनके समकालीन न हुए वरना उनपर भी आप यही आरोप लगा देते की एक राजकुमार क्या राज-पथ छोड़कर ऐसे जनता के बीच उनके कल्याण के लिए घूम  सकता है ?
                                      वैसे बहुत सारे माफिया-डॉन भी गरीबी  के कारण अपराध की राह अपनाते हैं क्या आप उनके गरीबों के प्रति प्रेम को ही सच्चा गरीब-प्रेम कहेंगें ? वीरप्पन का उदाहरण सामने है .
    कुटिलता छोड़ कर मोदी जी आपको राहुल जी की इस पहल का सदैव सम्मान करना चाहिए कि वे गरीब के घर जाकर उसकी समस्याओं को जानने का प्रयास करते हैं क्योंकि आप इस मुद्दे पर राहुल जी की हंसी उड़कर वास्तव में मानवीयता की हंसी उड़ाते हैं .

शिखा कौशिक 'नूतन' 

1 टिप्पणी:

Shalini kaushik ने कहा…

kisi ko bhi samman dena modi ji ke bas kee bat nahi .aadmi vahi to dega jo uske paas hoga .nice post .