चेले और शागिर्द

बुधवार, 19 मार्च 2014

काशी न जाएँ मोदी अभी !


सत्ता मद जिस सिर चढ़ा उसको भोग सुहाये ,

सत्ता पाने के लिए मोदी-मन अकुलाये ,

काम,क्रोध ,मद ,लोभ कभी 'भोले' को ना भायें ,

मुक्ति की हो कामना तब काशी को जाएँ !


शिखा कौशिक 'नूतन'

1 टिप्पणी:

Shalini kaushik ने कहा…

ye to desh ko moksh dilane chale hain ab yahain to jana padega .very nice .