चेले और शागिर्द

मंगलवार, 19 फ़रवरी 2013

शरद यादव के बदसूरत विचार !

शरद यादव के बदसूरत विचार !
 Iftar party
शरद यादव सम नहीं नेता कोई उदार ,
अफज़ल पर हैं लुटा रहे अपना नेह अपार  ,
याद शहीदों को कर लेते महोदय तुम एक बार ,
संसद की रक्षा हित जिनका उजड़ गया परिवार ,
गद्दारों के लिए मांगते मानव के अधिकार ,
श्रीमान जी जनता को नहीं हरगिज ये स्वीकार !


           शिखा कौशिक 'नूतन '