चेले और शागिर्द

मंगलवार, 31 जनवरी 2012

neta ji kya kahte hain !





नेता जी क्या कहते हैं ? 


जिस जनता की खातिर 
हम तिल-तिल कर हैं मरते ,
सरकारी गाड़ी में हम 
दौरे करते फिरते ;
वो जनता जब  देती  ताने 
वो भी सहते हैं ,
नेता जी क्या कहते हैं ?

वोट के बदले नोट हैं देते 
उन्हें पिलाते दारू ,
सत्ता-दूध इसी से मिलता 
जनता गाय दुधारू ;
ये जो रूठे;सपने टूटे 
आंसू बहते हैं ,
नेता जी क्या कहते हैं ?

मीठे-मीठे भाषण देकर 
झूठे करते वादे ;
घोटाले करते रहते 
वैसे हैं सीधे-सादे ;
सत्ता पाकर सत्ता-मद में 
डूबे रहते हैं ;
नेता जी क्या कहते हैं ?

ए. सी. रूम  के भीतर  
नीति  निर्धारित करते 
लूट के जनता का पैसा 
अपने घर में भर लेते ;
जनता जूते मारे तब भी 
हम हँस देते हैं ;
                                                     शिखा कौशिक 

नेता जी क्या कहते हैं ?

नेता जी क्या कहते हैं ? 


जिस जनता की खातिर 
हम तिल-तिल कर हैं मरते ,
सरकारी गाड़ी में हम 
दौरे करते फिरते ;
वो जनता जब  देती  ताने 
वो भी सहते हैं ,
नेता जी क्या कहते हैं ?

वोट के बदले नोट हैं देते 
उन्हें पिलाते दारू ,
सत्ता-दूध इसी से मिलता 
जनता गाय दुधारू ;
ये जो रूठे;सपने टूटे 
आंसू बहते हैं ,
नेता जी क्या कहते हैं ?

मीठे-मीठे भाषण देकर 
झूठे करते वादे ;
घोटाले करते रहते 
वैसे हैं सीधे-सादे ;
सत्ता पाकर सत्ता-मद में 
डूबे रहते हैं ;
नेता जी क्या कहते हैं ?

ए. सी. रूम  के भीतर  
नीति  निर्धारित करते 
लूट के जनता का पैसा 
अपने घर में भर लेते ;
जनता जूते मारे तब भी 
हम हँस देते हैं ;
                                                     शिखा कौशिक 


सोमवार, 16 जनवरी 2012

दोहे नेता जी के



दोहे  नेता जी  के  !





याचक बन नेता चले   ;घर घर मांगें वोट 
बदले में  ले लो  भले मदिरा ,साड़ी,नोट .

अग्नि  परीक्षा की  घडी  ;हाल  हुए  बेहाल  
जनता को  कैसे ठगें चले कौनसी चाल ?


पांच साल कटे मौज से  ; खूब  उड़ाया  माल 
जनता के  भी  खून  में अब आया  है  उबाल !

    .
भाषण  देने  की  भला  कैसे  करे मजाल ? 
जनता तो  अब  क्रोध  में  जूता  रही  उछाल ! 


.जूते  से  जो  डर  गया  ;नेता न  बन पाए  ,
डर  और  शर्म  जो  छोड़  दे  सो  नेता कहलाये  !

                                              शिखा  कौशिक  


गुरुवार, 12 जनवरी 2012

नेता जी की प्रेस कॉन्फ्रेंस



नेता जी की प्रेस कॉन्फ्रेंस 
दिखते  हैं वे  थोडा टेंस  
चेले  हिम्मत  बंधवाते  
उनको हैं ये समझाते 
जिस भी सवाल पे तुम अटको 
उसको ये कहकर झटको 
होता है  इससे  हार्ट  में पेन 
डोंट आस्क मी दिस क्वैश्चन अगेन !


घोटालो पर जब हो सवाल 
फैला देना माया-जाल 
खुद को बतलाना निर्दोष 
औरों पर मढ़ देना दोष 
कह देना हमको करो यूं ना ब्लेम 
डोंट आस्क मी दिस क्वैश्चन अगेन !


घटती नहीं  क्यों  महंगाई  ?
इस पर जब हो टांग खिचाई 
थोड़ी सी तुम बात बनाना  
अपने  को लाचार  दिखाना  
कह देना कैसे करू एक्सप्लेन ?
डोंट आस्क मी दिस क्वैश्चन अगेन !


फिर जब उठे क्राइम पर सवाल 
चेहरे पर लाकर मुस्कान 
सीधा-सादा खुद को दिखाना 
क्राइम से अंजान दिखाना 
कह देना बनकर जेंटिलमैन 
डोंट आस्क मी दिस क्वैश्चन अगेन !


                            शिखा कौशिक 
              [नेता जी क्या कहते हैं ?]











शुक्रवार, 6 जनवरी 2012

वोट डाल ले ...वोट डाल ले ..




वोट डाल ले ...वोट डाल ले ..
अब के इलेक्शन में वोट डाल ले .


सबसे जरूरी ये काम जान ले ;
कर न बहाना ये बात मान ले ;
वोट डाल ले ...वोट डाल ले .


वोटिंग  का  दिन  है  ये छुट्टी  नहीं 
इससे  बड़ी कोई ड्यूटी नहीं ;
चल बूथ  पर  वोटर  कार्ड साथ ले ;
वोट डाल ले .....


दादा चलें संग दादी चले ;
भैया के संग संग भाभी चले 
घर घर से वोटर साथ ले 
वोट डाल ले .......


हमको मिला मत का अधिकार ;
चुन सकते मनचाही सरकार ;
लोकतंत्र का बढ़ हाथ थाम ले .
वोट डाल ले .......


साइकिल से जा या रिक्शा से जा ;
कार से जा या स्कूटर से जा ;
कुछ न मिले  पैदल भाग ले 
वोट डाल ले .......


कैसा हो M .P .....M .L .A ?
तुझको ही करना है ये निर्णय ;
एक वोट डाल कर मैदान मार ले .
वोट डाल ले .....
                                          जय हिंद !
                           शिखा कौशिक 
               [नेता जी क्या कहते हैं ]





बुधवार, 4 जनवरी 2012

व्हाट'स गोइंग ऑन मैन ....व्हाट्स गोइंग ऑन





करप्शन  मिटाने  को  जो  आते  हैं आगे  
वे  भी  तो पैसे  के पीछे  हैं भागे  
पैसा  लुभाता  है ...सबको  नाचता  है 
इसकी कशिश ऐसी  मन  डोल  जाता  है 
लेने   न   देता   है पल   भर का चैन 
व्हाट'स  गोइंग ऑन  मैन  ....व्हाट्स  गोइंग ऑन


आया इलेक्शन  तो सिर पर बिठाते हैं
वादों के चश्मे  से  जन्नत  दिखाते  हैं ;
सत्ता मिली  ज्यों  ही  मुंह  मोड़  लेते  हैं 
अपने  किये  वादे  खुद  तोड़  देते है ,
फिर  रोज करते हैं ये तो स्कैम 
व्हाट'स गोइंग ऑन मैन ....व्हाट्स गोइंग ऑन 


                                                शिखा  कौशिक  
                                      [नेता जी क्या कहते हैं ?]




रविवार, 1 जनवरी 2012

जय हो भ्रष्टाचार प्रभु की !

जय हो भ्रष्टाचार प्रभु की !
   


अपने भक्तों का तू ही रखवाला है ;
तेरेमंत्रों की जपते माला हैं ;
जिसकी चाबी बनी न ऐसा ताला है;
कभी 2G ...... कभी तू हवाला है .


तेरे भक्तों में ''राजा''हैं ...''जोगी''भी 
तेरी भक्ति में डूबी कनिमोझी भी 
सीधे-साधे नहीं ये खिलाडी हैं ;
तेरे चरणों में कई ''कलमाड़ी ''हैं ;
तूने भूखों से छीना निवाला है .
भ्रष्टाचार तेरा .......


तूने भक्तों का भाग संवारा है ;
तेरी भक्ति में खा गए ये चारा हैं ;
तेरे आगे  खड़े रहते हाथ जोड़कर  ;
जेल जाते हैं महलों के सुख  छोड़कर ;
तू तो कर देता जादू काला है .
भ्रष्टाचार तेरा ........
                            shikha  kaushik