नेता जी क्या कहते हैं ?
चेले और शागिर्द
बुधवार, 11 मई 2011
बिटिया की चिंता
बिटिया की चिंता
बिटिया थोडा संभलकर करना था सब काम ,
कैसे भ्रष्टाचार में आया तेरा नाम ?
राजनीति शतरंज पर बिगड़ गया है खेल ,
मेरी है चिंता यही तुझे हो जाये न जेल !
शिखा कौशिक
http://netajikyakahtehain.blogspot.com
2 टिप्पणियां:
Shalini kaushik
ने कहा…
bhai vah kya khoob kahi.
11 मई 2011 को 8:02 pm बजे
महेन्द्र श्रीवास्तव
ने कहा…
हाहाहहाहाह... क्या बात है।बढिया
17 मई 2011 को 6:18 am बजे
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2 टिप्पणियां:
bhai vah kya khoob kahi.
हाहाहहाहाह... क्या बात है।बढिया
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