चेले और शागिर्द

बुधवार, 11 मई 2011

बिटिया की चिंता

बिटिया की चिंता 



बिटिया थोडा संभलकर करना था सब काम ,
कैसे भ्रष्टाचार में आया तेरा नाम ?
राजनीति शतरंज पर बिगड़ गया है खेल ,
मेरी है चिंता यही तुझे हो जाये न जेल !
                        
                           शिखा कौशिक 

2 टिप्‍पणियां:

Shalini kaushik ने कहा…

bhai vah kya khoob kahi.

महेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा…

हाहाहहाहाह... क्या बात है।बढिया