ये भाजपा के केंद्रीय नेताओं की पंक्ति में खड़े न हो पाने का मलाल है या ख़बरों में बने रहने की अति उत्सुकता ? जो भी हो गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आचरण लगभग वैसा ही है जैसा मॉडलिंग जगत में जगह बनाने हेतु पूनम पांडे का ट्विटर पर अपनी स्त्री देह का अनुचित इस्तेमाल करना .मोदी जी गाँधी परिवार पर तीखे व् सीधे प्रहार कर अपने प्रशंसकों को लुभा सकते हैं पर एक कद्दावर नेता का सिर्फ एक परिवार को लेकर इतना आक्रामक होना न तो भारतीय राजनीति के लिए शुभ है और न ही उस नेता के लिए .क्या मोदी के पास अपना राजनैतिक कद और बढ़ाने के लिए कोई और मुद्दा नहीं है .क्या वे केवल मीडिया में छाकर अपनी ही पार्टी के बड़े नेताओं से आगे निकल पायेंगें ?शायद नहीं .मोदी जी ध्यान दीजिये पूनम पांडे ट्विटर पर अपने अर्ध नग्न फोटो अपलोड कर केवल फौलोवर जुटा सकती है पर जब प्रतिस्पर्धा की बात आएगी तब उसे रैम्प पर अपने से ज्यादा योग्य मॉडल्स से सामना करना होगा .मोदी जी गाँधी परिवार के साथ साथ ''केंद्र में आपकी क्या भूमिका होनी चाहिए'' पर गहनता से विचार कर आगे बयान दें तो शायद आप भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में महत्त्वपूर्ण स्थान प्राप्त कर पायेंगें .
शिखा कौशिक
1 टिप्पणी:
सुन्दर प्रस्तुति बधाई .उत्तर प्रदेश सरकार राजनीति छोड़ जमीनी हकीकत से जुड़े
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