नेता जी क्या कहते हैं ?
चेले और शागिर्द
मंगलवार, 11 सितंबर 2012
तू भत्ता-भात खा मस्त हो मै भोगूं सत्ता-सुख !
तू भत्ता-भात खा मस्त हो
मै भोगूं सत्ता-सुख !
''यू. पी.'' ''सी एम्'' ने चला देखो तुरुप का पत्ता ,
बेरोजगारों को दिया बेरोजगारी भत्ता ,
भत्ता-भात खा मस्त हो क्या काम की
चिंता
पांच साल आराम से मै भी भोगूं सत्ता .
शिखा कौशिक
1 टिप्पणी:
दिगम्बर नासवा
ने कहा…
पर ये सत्ता कब तक रहेगी .. एक न एक दिन इनकी पोल खुलने वाली है ...
12 सितंबर 2012 को 12:03 am बजे
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1 टिप्पणी:
पर ये सत्ता कब तक रहेगी .. एक न एक दिन इनकी पोल खुलने वाली है ...
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