नेता जी क्या कहते हैं ?
चेले और शागिर्द
रविवार, 5 अगस्त 2012
आडवानी की ख्वाहिश !!!
आडवानी की ख्वाहिश !!!
दिल में ये कसक रही पी.एम्.न बन सका कभी ,
'ये हताशा है मेरी' निकलेगी आज और अभी ,
नाम मेरा छोड़कर मोदी का ले रहे सभी ,
'हार जाये भाजपा' रखता हूँ ख्वाहिश तभी .
शिखा कौशिक
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