चेले और शागिर्द

गुरुवार, 26 जुलाई 2012

कोर्ट में करो गुनाह स्वीकार 'मोदी'

कोर्ट में करो गुनाह स्वीकार 'मोदी' 




''फाँसी पर लटका दो अगर मैं हूँ गुनाहगार ''
यह कहकर 'मोदी'  करें कॉग्रेस  पर प्रहार .

अब ऐसे प्रहार से किसका होगा उपकार ?
क्या फिर से बस पाएंगे उजड़े घर-परिवार ?

दंगों में रौंदी गयी जिनकी अस्मत कई बार ,
क्या लौटा  तुम पाओगे हे !पापी ...मक्कार ?


खूब किया गुजरात में दहशत का प्रसार ;
मानवता को कर  दिया तुमने शर्मसार .

रहबर गर रहजन  बने उसको है धिक्कार ;
करना है तो कोर्ट में करो गुनाह स्वीकार !

                                                  शिखा कौशिक 
                [नेता जी क्या कहते हैं  ]