कोर्ट में करो गुनाह स्वीकार 'मोदी'
''फाँसी पर लटका दो अगर मैं हूँ गुनाहगार ''
खूब किया गुजरात में दहशत का प्रसार ;
''फाँसी पर लटका दो अगर मैं हूँ गुनाहगार ''
यह कहकर 'मोदी' करें कॉग्रेस पर प्रहार .
अब ऐसे प्रहार से किसका होगा उपकार ?
क्या फिर से बस पाएंगे उजड़े घर-परिवार ?
दंगों में रौंदी गयी जिनकी अस्मत कई बार ,
क्या लौटा तुम पाओगे हे !पापी ...मक्कार ?
खूब किया गुजरात में दहशत का प्रसार ;
मानवता को कर दिया तुमने शर्मसार .
रहबर गर रहजन बने उसको है धिक्कार ;
करना है तो कोर्ट में करो गुनाह स्वीकार !
शिखा कौशिक
[नेता जी क्या कहते हैं ]
1 टिप्पणी:
सुन्दर प्रस्तुति हमेशा की तरह
मोहपाश को छोड़ सही रास्ता दिखाएँ .
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