चेले और शागिर्द

शनिवार, 14 जुलाई 2012

आया बुलावा -''आओ कलमाड़ी''


आया बुलावा -''आओ  कलमाड़ी''


लन्दन से आया बुलावा -''आओ  कलमाड़ी'' ;
भ्रष्टाचार के खेल  में तुम हो बड़े खिलाडी  ,
कैसे चलती है  भ्रष्टाचार की गाड़ी ?
बतला तो दाढ़ी में तिनका या तिनके में दाढ़ी !!



1 टिप्पणी:

Shalini kaushik ने कहा…

बहुत सुन्दर व सार्थक प्रस्तुति. अपराध तो अपराध है और कुछ नहीं ...