डिम्पल की जीत -चार कारण !
अगर आत्मा विपक्षियों की भयभीत नहीं होती ;
उल्लू सीधा करने की यहाँ रीत नहीं होती ,
यू. पी. के सी.एम्. की तुम मनमीत नहीं होती
तो आज तुम्हारी ''डिम्पल '' ये जीत नहीं होती !
शिखा कौशिक
अगर आत्मा विपक्षियों की भयभीत नहीं होती ;
उल्लू सीधा करने की यहाँ रीत नहीं होती ,
यू. पी. के सी.एम्. की तुम मनमीत नहीं होती
तो आज तुम्हारी ''डिम्पल '' ये जीत नहीं होती !
शिखा कौशिक
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें