नेता जी क्या कहते हैं ?
चेले और शागिर्द
बुधवार, 6 जून 2012
डिम्पल-सभी दलों की भाभी ?
डिम्पल-सभी दलों की भाभी ?
राजनीति एक
कोठरी
;
नेता
रखते
चाबी
;
स्व
हित
में
दायें
बाएं ;
जैसे
चाहे
घुमा दी
;
भोली
जनता
क्या
जाने
वो
है सीधी-सादी
;
डिम्पल कैसे
बन
गयी
सभी
दलों
की
भाभी !
shikha
kaushik
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