चेले और शागिर्द

शुक्रवार, 11 मई 2012

काला धन न सफ़ेद हुआ बाबा के बाल सफ़ेद !


[ अमर  उजाला  दैनिक 11 मई  2012 पेज  11 ]
  काला  धन  न  सफ़ेद हुआ  बाबा  के  बाल सफ़ेद  !


राजनीति की कोठरी   में  छिपे हुए हैं भेद ,
ऐसी छलनी में क्या छने जिसके हो छोटे  छेद ,
काले  धन को लेकर बाबा को है बड़ा खेद  ;
इस चक्कर  में हो  गए  उनके  बाल  सफ़ेद  .

                              शिखा  कौशिक 

1 टिप्पणी:

Kailash Sharma ने कहा…

बहुत सुन्दर और सटीक प्रस्तुति....