चेले और शागिर्द

बुधवार, 14 दिसंबर 2011

जागो नेताओं जरा मत होने दो अपमान

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करवाना अब चाह रहे अन्ना तो  विद्रोह 
लालू लेकर आये हैं उनके मन की टोह
''संसद में गुंडे बैठे ''अन्ना कैसे कहते ?
चुप रहकर सारे नेता ये सब कुछ क्यों सहते ?
संसद में आना नहीं ''अनशन'' जैसा आसान
जागो नेताओं जरा मत होने दो अपमान  .

                                 शिखा कौशिक 
 



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