चेले और शागिर्द

सोमवार, 7 नवंबर 2011

राजनीति है जहर !

राजनीति है जहर !



एक पार्टी के पीछे क्यों पड़े हो अन्ना ?
सभी चूसती खून समझ जनता को गन्ना ;
संभल-संभल कर चलो ;बचा कर खुद को रखना ;
राजनीति है जहर,बड़ा घातक है चखना .

  शिखा कौशिक 

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