चेले और शागिर्द

गुरुवार, 29 अगस्त 2013

राम राम क्या कर रहा ये आसा का राम

 राम राम क्या कर रहा ये आसा का राम ,
शर्मिंदा है आस्था हुआ धर्म बदनाम ,
संत नहीं साधु नहीं ये हैं काम पिपासु ,
उजले वस्त्रों में करें ये तो गंदे काम !!

शिखा कौशिक 'नूतन '

4 टिप्‍पणियां:

Darshan jangra ने कहा…

आप ने ठीक लिखा.

संत नहीं साधु नहीं ये हैं काम पिपासु ,
उजले वस्त्रों में करें ये तो गंदे काम !!

हिंदी ब्लॉग समूह चर्चा-अंकः9

Shalini kaushik ने कहा…

very right view.

अजय कुमार झा ने कहा…

रघुपति राघव राजा राम ,
पकड में आ गए झांसा राम :)

DR. ANWER JAMAL ने कहा…

na to शर्मिंदा है आस्था aur na हुआ hai धर्म बदनाम.
badnaam wahi hua hai jisne kiya bura kaam.