.WELCOME RAHUL JI AS CONGRESS PARTY NEW WORKING PRESIDENT.
[http://www.facebook.com/pages/RAHUL-GANDHI-WITH-A-VISION-FOR-COMMON-PEOPLE]
YESTERDAY I WAS SURE THAT SHRI RAHUL GANDHI WOULD TAKE OATH AS A CABINET MINISTER BUT HE DID'NT .ONE THING IS CERTAIN THAT ONLY A LEADER LIKE RAHUL JI CAN DO SO IN PRESENT INDIAN POLITICS .HE HAS CHOSEN THE PATH OF PUBLIC SERVICE DIRECTLY .RAHUL JI HAS PROVED AGAIN THAT WHY IS HE AN IDEAL LEADER .HE IS REALLY A YOUTH ICON .HE PREFERS TO STRENGTHEN PARTY ORGANIZATION .MESSAGE IS CLEAR HE BELIEVES IN HARD WORK .I APPRECIATED HIS BOLD DECISION AND CONGRATULATE HIM FOR HIS FIRM DETERMINATION .RAHUL JI HAS GIVEN RIGHT ANSWER TO OPPOSITION'S IRRELEVANT ALLEGATIONS THAT GANDHI FAMILY IS HUNGRY FOR POWER .
I PRAY INDIA MUST ACHIEVE NEW HEIGHTS OF PROGRESS IN HIS GREAT LEADERSHIP .WELCOME RAHUL JI AS CONGRESS PARTY NEW WORKING PRESIDENT.
[[http://www.facebook.com/pages/RAHUL-GANDHI-WITH-A-VISION-FOR-COMMON-PEOPLE]
IF INDIAN POLITICS IS A VAST DESERT
HE IS A DROP OF WATER .
[यदि भारतीय राजनीति एक विशाल रेगिस्तान है
तो राहुल जी जल की एक बूँद है ]
IF INDIAN POLITICS IS DARK NIGHT
HE IS A SHINING STAR.
[यदि भारतीय राजनीति एक अँधेरी निशा है
तो राहुल जी एक चमकता हुआ सितारा हैं ]
IF INDIAN POLITICS IS AUTUMN
HE IS SPRING .
[यदि भारतीय राजनीति पतझड़ है
तो राहुल जी बसंत हैं ]
IF INDIAN POLITICS IS A KINGDOM
HE IS THE KING .
[यदि भारतीय राजनीति एक साम्राज्य है
तो राहुल जी राजा हैं ]
IF INDIAN POLITICS IS AN OYSTER
HE IS A PEARL .
[यदि भारतीय राजनीति एक सीप है
तो राहुल जी मोती हैं ]
HE IS SENSIBLE ,HONEST AND PATIENT
I AM HIS ADMIRER , DO'NT THINK ME SYCOPHANT .
[राहुल जी समझदार हैं ,ईमानदार हैं और धैर्यवान हैं ,
मैं उनकी प्रशंसक हूँ ,मुझे चापलूस न समझें ]
JAY HIND ! JAY BHARAT
SHIKHA KAUSHIK
1 टिप्पणी:
बहुत सही लिखा है आपने .राहुल जी का ये कदम उनके सभी ऐसे विरोधियों के मुहं पर कड़ा तमाचा है जो उन्हें सत्ता लोलुप कहकर उनकी मेहनत को नकारना चाहता है .अब पार्टी को सही मुकाम पर पहुँचाने के लिए मेहनत जब ज़रूरी हो तो कोई भी जिम्मेदारी मानने वाला अपनी जिम्मेदारी से कैसे मुहं मोड़ सकता है अब वे कोई अरविन्द केजरीवाल तो हैं नहीं जिन्हें केवल आरोप लगाने में ही अपने कर्तव्य की इतिश्री दिखती है न वे भाजपाई हैं जिसे केवल सत्ता चाहिए न वे केवल साधारण भारतीय हैं जो जैसे भी हो अपने काम को पूरा कराता है और बाद में ईमानदार बन खड़ा हो जाता है.शाबास राहुल जी.लगे रहिये हम सभी आपके साथ हैं
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