चेले और शागिर्द

रविवार, 26 मई 2013

क्यूँ चुप हैं कॉंग्रेस को गाली देने वाले ?

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आज क्यों चुप हैं काँग्रेस को पानी पी पी कर कोसने वाले ? विपक्ष के किसी नेता को यदि छींक भी आ जाये तो उसकी साजिश का ठीकरा  काँग्रेस के सिर पर फोड़ने वाले देखो कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का खून भाजपाशासित प्रदेश में पानी की तरह बहाया गया है .५६ वर्षों तक देश पर शासन करने व् विकास न करने का आरोप कॉंग्रेस के सिर मढने वालों आज देखो कॉंग्रेसी कार्यकर्ताओं पर हुए इस नक्सली हमले ने साबित कर दिया कि देश के दुश्मन कॉंग्रेस पार्टी को ही देश की तरक्की करने वाली व् अमन-चैन स्थापित करने वाली सबसे बड़ी ताकत मानते  है  अन्यथा ये हमला किसी भी पार्टी पर किया जा सकता था .कॉंग्रेस के कार्यकर्ताओं के खून की एक एक बूँद देश भक्ति को समर्पित   है . ५६ वर्षों तक राज किया है तो कुर्बानियां भी दी हैं .ऐसे हमलों से डरकर भागे नहीं .हौसले  पस्त नहीं हुए .इंदिरा जी की हत्या की गयी हो या राजीव जी की हत्या या ये कायरतापूर्ण नक्सली हमला - हर हमला कॉंग्रेस ने अपने सीने पर झेला .ज़ख्म पर ज़ख्म खाए हैं , खून बहाया है पर कदम पीछे नहीं हटे .देश को हिंसक व् देश द्रोही ताकतों के हाथों में नहीं जाने दिया .जो लोग कॉंग्रेस पार्टी पर निराधार आरोप लगाकर दुष्प्रचार में व्यस्त रहे हैं वो पुन : चिंतन करें व् देश हित में कॉंग्रेस पार्टी के हाथ मजबूत कर देशद्रोहियों के मुंह पर जोरदार मुक्का ठोक दें . नक्सली हमले में शहीद काँग्रेस पार्टी के साहसी कार्यकर्ताओं को पूरे हिंदुस्तान की ओर से शत शत नमन .ईश्वर सभी शहीदों की आत्मा को परम शांति प्रदान करें व् काँग्रेस पार्टी परिवार व शहीदों के परिवारीजन को  यह हादसा झेलने की ताकत प्रदान करे .शहीदों को एक बार फिर से अपने इन शब्दों में नमन -

लगी जब गोलियां गिरने लगा थामा हाथ था ,
तेरी किस्मत बुलंद हिंदुस्तान सारा साथ था !

    जय हिन्द ! जय भारत !
  शिखा कौशिक 'नूतन '

लोकतंत्र के प्रहरीजन मौत के घाट उतारे गए

VC Shukla airlifted and shifted to Gurgaon Medanta Hospital
आज हमारे भारत ने ये काला दिन भी देखा है !
लोकतंत्र के सीने पर आतंक ने चाकू घोंपा है !!

लोकतंत्र के प्रहरीजन मौत के घाट उतारे गए ,
जन-जन में है आक्रोश व्याप्त आंसू अब अंगार भये ,
अमन चैन की राह को आ आतंक ने बरबस रोका है !

गोली बरसा निहत्थों  पर देह उनकी छलनी कर दी ,
हर देशभक्त के सीने में आक्रोश ज्वाला है भर दी ,
एक एक शहीद की कसम हमें न देना अगला मौका है !

शिखा कौशिक 'नूतन'

बुधवार, 22 मई 2013

नेता जी के प्रवचन !




''आधार वाक्य -पाप से घृणा करो पापी से नहीं !''


*सट्टेबाजी से घृणा करो आई .पी .एल . से नहीं !


*एक़े. 47 से घृणा करो संजय दत्त से नहीं !

*पाकिस्तानी सेना से घृणा करो पाकिस्तानी सरकार से नहीं !


*फिसलती जुबान से घृणा करो शिंदे साहब से नहीं !


*पी .एम् .ओ . से घृणा करो डॉ .मनमोहन सिंह से नहीं !


*साम्प्रदायिक दंगों से घृणा करो श्री नरेन्द्र मोदी से नहीं !


*राजनैतिक महत्वाकांक्षाओं से घृणा करो श्री लाल कृष्ण आडवानी से नहीं !


*दबंगई से घृणा करो राजा भैय्या से नहीं !


* काले  धन  से घृणा  करो  स्विस बैंक से नहीं !

*अश्लीलता से घृणा करो सन्नी लियोन से नहीं !

       और अंत में -

घोटालो से घृणा करो नेताओं  से नहीं !
बात है सच्चे सोने सी चौबीस कैरेट सही !
आने वाले हैं चुनाव दिल में न रखना खोट !
दागी हैं तो क्या हुआ हमको ही देना वोट !

शिखा कौशिक 'नूतन '





सोमवार, 20 मई 2013

राजीव जी को शत -शत नमन [२ १ मई १ ९ ९ १ ]



राजीव जी को शत -शत नमन [२ १ मई १ ९ ९ १ ]

राजीव जी की हत्या ...सोचकर भी रौंगटे खड़े हो जाते हैं .आंतकवादी तो बम ब्लास्ट कर किसी की जान क्षण भर में छीन लेते हैं पर उस व्यक्ति के जाने से पूरा परिवार ही उजड़ जाता है .राजीव जी की हत्या ने तो पूरे देश सहित दुनिया में उनके प्रशंसकों को रुला डाला था .आज भी इस दिन के आते ही राजीव जी का क्षतविक्षत पड़ा शरीर आँखों के सामने घूम जाता है और फिर याद आता है काले चश्मे में आँखों के दर्द को छिपाए सोनिया जी का चेहरा .अस्थि -विसर्जन के लिए जाते रेल के डिब्बे में उदास बैठे राहुल जी और हादसे को साहस के साथ झेलती प्रियंका जी के ह्रदय की व्यथा को महसूस कर आँखे आज भी भर आती हैं .......पर   कितना कठिन होता है जीवन साथी का अकस्मात छोड़ कर चला जाना !सोनिया जी ने कैसे सहा होगा यह हादसा -

जब छूट जाता है साथ 
अचानक ही 
रह जाते हैं खाली हाथ !

किससे करें शिकायत 
ऊपर वाला भी 
कब सुनता है फरियाद !

रह जाते हैं आंसू 
आँखों में और 
जाने वाले की याद !

जन्म -जन्म के बंधन 
कच्चे पड़ जाते 
टूट जाते ख्वाब !


प्रिय के अधूरे सपनों को 
करना जो होता है पूरा 
अमर हो जाता है सुहाग !
 

शिखा कौशिक 'नूतन 

गुरुवार, 16 मई 2013

ना तुम हो मुसलमान !

 
काठ मुल्ला शाफिकुर रहमान बर्क होशियार....   


'अल्लाह ' है लबों पर ;  दिल में तो है शैतान ,
तुम ना खुदा के बन्दे ; ना तुम हो मुसलमान !




नफरतों की आग में जला  रहे अमन ,
हैवान बन चुके हो तुम बेचकर ईमान !




जिस वतन ने दी तुम्हे सहूलियत तमाम ,
जायज़ नहीं लगता तुम्हे करना उसे सलाम !



मज़हब नहीं सिखाता गद्दारी वतन से ,
क्यूँ कर रहो बेवज़ह 'इस्लाम' को बदनाम !



अब वक्त आ गया है नादानी छोड़ दो ,
अपने वतन पे मर मिटो 'अल्लाह' का है पैगाम !


शिखा कौशिक 'नूतन' 






बुधवार, 15 मई 2013

मेरे भारत के घर-घर में न पाकिस्तान बनाना !


  

आड़ इस्लाम की लेकर , देशभक्तों पे निशाना ,
मियां ये खेल है गन्दा ,पड़ेगा तुमको पछताना !

नहीं मिल्लत की ये खिदमत , इसे कहते हैं गद्दारी ,
बड़े शातिर हो मियां तुम , आग आता है लगाना !

सलाम माँ को करने से  रोकता है हमें मजहब ,
मियां मासूम मिल्लत को छोड़ दो ऐसे भटकाना !

मोहब्बत छीन  दिलों से , उनमे भर रहे नफरत ,
ढूंढ लेते हो मियां रोज़ , नया एक बहाना !

नाम लेकर तू खुदा का ये कैसी चल रहा चालें ?
तुझे मैं याद दिला दूं  , खुदा के घर भी है जाना !

तुम्हे पैगाम है मेरा , संभल जाओ मियां जल्दी ,
अमन का मुल्क है भारत , यहाँ दहशत न फैलाना !

न दिल नापाक रख अपना , हिदायत ये भी याद रख ,
मेरे भारत के घर-घर में न पाकिस्तान बनाना !

[ मिल्लत-मुस्लिम समाज ]

मेरा भारत ऐसा  है !
Photo: Yahi hai mera Bharat
RAHUL GANDHI WITH A VISION FOR COMMON PEOPLE

   शिखा कौशिक 'नूतन '









सोमवार, 13 मई 2013

नेता जी का एक हज़ार का नोट


One Thousand Rupee Indian Note Stock Photography - Image: 5849772

सत्ताधारी पार्टी प्रमुख के सांसद पुत्र अपने कारों के काफिले के साथ अपने संसदीय क्षेत्र  के दौरे पर थे . एक गाँव से गुजरते हुए उन्होंने एक दस वर्षीय बालक को अख़बार बेचते हुए देखा .उन्होंने उसे पास आने का संकेत किया .बालक अख़बार की एक प्रति लेकर उनकी ओर तेज़ी से दौड़कर पहुँच गया .और उन्हें अख़बार की प्रति पकड़ा दी .अख़बार लेकर मुस्कुराते  हुए पार्टी प्रमुख के सांसद पुत्र ने अपनी जेब से एक हज़ार का नोट निकाल कर उसकी ओर बढ़ा दिया .इस पर वह बालक मुस्कुराते हुए बोला-''नेता जी ..ठीक है आपके शासन में महगाई ने  गरीब आदमी की कमर तोड़ दी है .हमारा पूरा परिवार दिन भर मेहनत करके भी दो वक्त की रोटी नहीं जुटा पाता .माँ-बापू रोज़ जहर खाकर मरने के बारे में सोचते हैं .मैं कड़ी धूप ,बारिश , कातिल ठंड में नंगे बदन व् नंगे पैर दिन भर मेहनत करता हूँ पर फिर भी आपकी जानकारी के लिए बता दूं  कि भारत में अभी अख़बार की एक प्रति की कीमत एक हज़ार रूपये नहीं है .'' यह कहकर वो नोट बिना लिए ही तेज़ी से अपने गंतव्य  की ओर दौड़ पड़ा और सत्ताधारी पार्टी प्रमुख के सांसद पुत्र ने एक हज़ार के नोट को मुट्ठी  में भींच लिया !

   शिखा कौशिक 'नूतन '

गुरुवार, 9 मई 2013

भारत माँ को सलाम करने में आड़े आता 'इस्लाम'


News for bsp leader insulted vande mataram

IBNLive
  1. BSP MP Insults Vande Mataram in Lok Sabha
Indiatimes.com ‎- 4 hours ago
One honourable member walked out when Vande Mataram was being ... He has insulted Parliament," party leader Shahnawaz Hussain told ...


'' वन्देमातरम '' कहने में जिस मियां की हो तौहीन ,
   ऐसे माँ के गद्दारों से सारे हक़ लो छीन !

नहीं इबादत इसको कहते , ये है माँ से प्यार ,
लेकर धर्म का नाम बनाओ इसको मत व्यापार ,
किसने दी है नमक हरामी की तुमको तालीम ?
   ऐसे माँ के गद्दारों से सारे हक़ लो छीन !

आपस में दिनभर करते हो मियां जी आप सलाम ,
भारत माँ को करने में आड़े आता 'इस्लाम' ,
'वन्देमातरमनहीं इबादत ये माँ को तसलीम !
   ऐसे माँ के गद्दारों से सारे हक़ लो छीन !

माँ के उपकारों का बदला क्या देगी औलाद ?
सिर्फ ह्रदय से गाकर महिमा पाते  आशीर्वाद ,
माँ की ममता नहीं देखती धर्म व् मजहब-दीन !
ऐसे माँ के गद्दारों से सारे हक़ लो छीन !

खुली हवा में जीने का दिया हमें अधिकार ,
करे शुक्रिया  जो माँ का उसको है धिक्कार ,
भारत माँ में बसे हैं बन्दे अपने राम-रहीम !
ऐसे माँ के गद्दारों से सारे हक़ लो छीन !

नहीं सियासत के चक्कर में माँ का कर अपमान ,
ख़ुदा ने बख्शी  बरकत जो देता माँ को मान ,
अब  फ़तूर को छोड़ ख़ुदा के बन्दे अरे सलीम !
ऐसे माँ के गद्दारों से सारे हक़ लो छीन !

शिखा कौशिक 'नूतन '